tag:blogger.com,1999:blog-629345758127814069.post2422335717785098335..comments2023-04-26T05:41:47.714-07:00Comments on रचना की भूमि पर आलोचना की पहली आँख: विस्थापनrajanaargadehttp://www.blogger.com/profile/13433321371626724858noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-629345758127814069.post-84422404294499106282010-04-05T22:45:50.159-07:002010-04-05T22:45:50.159-07:00आपको जनसत्ता का स्कैनबिम्ब भेजना चाहता हूं। अपन...आपको जनसत्ता का स्कैनबिम्ब भेजना चाहता हूं। अपना ई मेल आई डी avinashvachaspati@gmail.co पर सूचित कीजिएगा।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-629345758127814069.post-72778674759503027272010-04-05T22:44:15.366-07:002010-04-05T22:44:15.366-07:00दैनिक जनसत्ता दिनांक 6 अप्रैल 2010 के संपादकीय पे...दैनिक जनसत्ता दिनांक 6 अप्रैल 2010 के संपादकीय पेज 6 पर समांतर स्तंभ में विस्थापन का साहित्य शीर्षक से आपकी यह पोस्ट प्रकाशित हुई है, बधाई।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.com